android vs ios in hindi > क्या आप जानना चाहते हैं कि एंड्राइड क्या है और आईओएस क्या है और इन दोनों में सबसे बेहतर कौन सा है और इन दोनों को कौन सी कंपनी के द्वारा बनाया गया था और इन दोनों का मोबाइल कौन कौन से मोबाइल फोन में इन सब का इस्तेमाल किया जाता है और एंड्रॉयड और आईओएस में कौन से मोबाइल फोन आपको ज्यादा महंगे मिलते हैं अगर आप इन सब के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में last तक बने रहें क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको एंड्रॉयड और आईओएस के बारे में सब कुछ विस्तार से बताएंगे
android क्या है
क्या आप जानना चाहते हैं कि एंड्राइड क्या है android गूगल के द्वारा विकसित एक ऑपरेटिंग सिस्टम है और यह ऑपरेटिंग सिस्टम लेनेक्स करने का एक ओपन संस्करण है और इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल केवल स्मार्टफोन और टेबलेट मोबाइल में ही किया जाता है क्योंकि यह इसी के लिए बनाया गया था
ios क्या है
अगर आईओएस की बात की जाए तो यह आईफोन के खुद का अपना एक ऑपरेटिंग सिस्टम है और इसके जनक एप्पल कंपनी को माना जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल एप्पल मोबाइल में ही किया जाता है जैसे कि आईफोन आईपैड आईपैड मिनी और आईपॉड टच अगर बात की जाए तो दुनिया भर में 1.4 बिलियन डिवाइस ऐसी हैं जिनमें की आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है
एप्पल आईओएस एंड्रॉयड के मुकाबले कैसे बेहतर है
Hardware and software
एंड्राइड मोबाइल के हार्डवेयर एंड सॉफ्टवेयर की बात की जाए तो यह स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी एंड्राइड नहीं बनती एंड्राइड गूगल का ऑपरेटिंग सिस्टम है इस ऑपरेटिंग सिस्टम इनको काफी सस्ते में आसानी से मिल जाता है लेकिन आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम यानी कि वो इस ऑपरेटिंग सिस्टम की बात की जाए तो इसे आईफोन को तैयार करता है और इसमें जितने भी हार्डवेयर लगे रहते हैं वह सॉफ्टवेयर लगे रहते हैं बाह एप्पल कंपनी के द्वारा ही बनाए जाते हैं इसीलिए एप्पल के डिवाइस काफी ज्यादा स्मूथ होते हैं चलाने में और वह सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन को बड़े पैमाने पर बनाता है जिसके कारण इसके डिवाइस महंगे होते हैं
सॉफ्टवेयर अपडेट
अगर सॉफ्टवेयर अपडेट की बात की जाए तो इसमें एप्पल काफी ज्यादा आगे हैं क्योंकि एप्पल के पास इतने ज्यादा स्मार्टफोन नहीं है कि वह इन स्मार्टफोन को भूल जाए और वह हमेशा अपने आईफोन के लिए अपडेट लाता रहता है और एप्पल की एक खास बात है कि वह अपने सभी मोबाइल फोन का अपडेट एक ही साथ लता है और बाह यह ध्यान देता है कि अपने पिछले वर्जन में कौन सी प्रॉब्लम थी और उसे फिक्स भी हमेशा टाइम टू टाइम करता रहता है अगर आप एंड्रॉयड के अपडेट की बात करते हैं तो यह भी अपडेट लाता रहता है लेकिन यह काफी कम मात्रा में होते हैं क्योंकि एंड्रॉयड के पास जितने ज्यादा मोबाइल फोन उपलब्ध है कि उसे एक साथ अपडेट कर पाना काफी मुश्किल होता है और आपको बहुत ही कम एंड्राइड में अपडेट देखने को मिलते हैं
एप्लीकेशन
एप्लीकेशन की बात की जाए तो एंड्रॉयड में आपको काफी ज्यादा एप्लीकेशन प्ले स्टोर में देखने को मिलते हैं जिसको आप काफी आसानी से इंस्टॉल कर सकते हैं लेकिन आपको एप्पल स्टोर में कम एप्लीकेशन देखने को मिलते हैं लेकिन यह एप्लीकेशन काफी ज्यादा सुरक्षित होते हैं और अगर दिन में कोई एरर आ जाता है तो आपके मोबाइल में शो होने लगता है लेकिन आपको एंड्राइड मोबाइल के प्ले स्टोर में लाखों ऐसे एप्लीकेशन मिल जाएंगे जिसमें बहुत सारे bug होते हैं और उनमें गलत जानकारी भी दी हुई होती है लेकिन फिर भी आपने प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं अगर आप एप्पल का कोई भी ऐप इंस्टॉल करना चाहते हैं तो एप्पल स्टोर से काफी आसानी से कर सकते हैं
quilty
क्वालिटी की बात करें तो स्मार्टफोन के मुकाबले एप्पल में आपको काफी अच्छी क्वालिटी देखने को मिलती है और एप्पल के मुकाबले स्मार्टफोन कहीं पर भी नहीं टिकते क्योंकि एंड्राइड अपने लिए गूगल ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं जबकि आईफोन के पास खुद का अपना ऑपरेटिंग सिस्टम है और हार्डवेयर भी एप्पल आईओएस खुद ही तैयार करता है जबकि एंड्राइड के पास खुद के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर नहीं है और और स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी अलग-अलग जगह से इनको तैयार करते हैं आपको android सस्ते मिलते हैं और आईओएस आपको देखने में महंगे मिलते हैं लेकिन इसमें आपको क्वालिटी एंड्रॉयड और आईओएस की क्वालिटी आपको जबरदस्त देखने को मिलती है
कैमरा क्वालिटी एप्पल वर्सेस आईओएस
अगर कैमरा क्वालिटी की बात की जाए तो एंड्रॉयड फोन में कैमरा आपको इतना अच्छा देखने को नहीं मिलता है जबकि आप एप्पल आईफोन में कैमरा 12 मेगापिक्सल देता है लेकिन इसकी क्वालिटी इतनी अच्छी रहती है कि आप इससे फोटो खींचने के बाद android से campare करेंगे तो एंड्राइड इससे कई ज्यादा पीछे है इस मामले में एप्पल आईओएस काफी आगे हैं
android की बात की जाए तो आपने देखा होगा कि एंड्राइड मोबाइल बनाने वाली कंपनी के कई सारे ऐसे मोबाइल होते हैं जो वापस रिपेयर नहीं होते जिसके कारण वाह पूरी तरह से खराब हो जाते हैं लेकिन एप्पल के जो ios होते हैं अगर वह खराब हो जाते हैं और कंपनी के द्वारा उसे रिपेयर नहीं किया जाता है तो आपको उस कंडीशन में कंपनी नया मोबाइल देती है और यह apple का काफी ज्यादा अच्छा फीचर्स है और ज्यादातर मामलों में एप्पल के मोबाइल बहुत ही कम खराब होते हैं क्योंकि इसमें खास तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिसके कारण इनके खराब होने के चांस काफी काम होते हैं
android vs ios in hindi आर्टिकल कैसा लगा
दोस्तों हमने हमारे आर्टिकल android vs ios in hindi में आपको बताया है android vs ios के बारे में अगर आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल अच्छा लगता है और आपको लगता है कि इस आर्टिकल के द्वारा आपको समझ आ गया है कि android क्या होते हैं और आईओएस क्या होते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ भी इस आर्टिकल को शेयर करना बिलकुल भी ना भूलें धन्यवाद
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Raju Meena एक उत्साही खेल प्रेमी और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हैं, जो वेबसाइट tataipl11.com के एडमिन हैं। उन्हें खासकर आईपीएल (IPL), फैंटेसी क्रिकेट और खेलों से जुड़ी ताज़ा खबरों को सरल और रोचक अंदाज़ में पाठकों तक पहुँचाने का अनुभव है। Raju का मकसद यह है कि क्रिकेट प्रेमियों को सटीक जानकारी, टीम प्रीव्यू, प्लेइंग इलेवन और फैंटेसी टिप्स समय पर मिलें। वह टेक्नोलॉजी, मोबाइल रिव्यू और ऑनलाइन अर्निंग से जुड़े कंटेंट में भी रुचि रखते हैं।